राजस्थान एजुकेशन एंट्रेंस टेस्ट यानी रीट को लेकर तैयारी कर रहे हैं लाखों अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है।
राजस्थान सरकार ने फैसला किया है कि अब तक ग्रेजुएशन के जो 30% अंक जोड़े जाते थे, उनको हटा दिया गया है। इसके स्थान पर रीट के दो पेपर होंगे। एक सामान्य पेपर और एक सब्जेक्ट का पेपर।
राज्य सरकार ने अपनी नैतिक सहमति इसके लिए दे दी है और जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। रीट की तैयारी को लेकर पिछले कुछ सालों से बोनस अंक हटाने की मांग की जा रही थी।
दरअसल, जिन अभ्यार्थियों के स्नातक में कम प्रतिशत अंक आते हैं, उनके मुकाबले कई अभ्यर्थी जो कि प्राइवेट कॉलेजों और प्राइवेट यूनिवर्सिटीज में पढ़कर निकले हैं, उनके अधिक प्रतिशत होने के कारण रीट में उनको लाभ मिल जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव रीट अभ्यर्थियों की इस मांग को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे। उनका कहना है कि राज्य सरकार का फैसला स्वागत योग्य है और इससे लाखों बेरोजगारों को फायदा होने वाला है।
आपको बता दें कि राज्य सरकार ने 2 अगस्त 2020 को थर्ड ग्रेड के 31000 पदों पर रीट भर्ती परीक्षा आयोजित करवाने का ऐलान किया है। इस परीक्षा में यह नया नियम लागू किया जाएगा।
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